आज अपने जन्म दिन पर 62 वर्षीय युवा होने के अहसास ने मुझे रोमांचित किया है। जीवन के संध्याकाल में भी आप सबके आशीष और शुभ कामनाओं के बल पर हर लम्हा हँसी खुशी जी पा रहा हूँ और अपने आप में पूर्ण सुखी और संतुष्ट रहने का सौभाग्य भी मिला है। आप सबसे प्रार्थना है कि मेरे लिए भगवान से प्रार्थना करें कि वे मुझे जीवन के इस संध्याकाल में भौतिक सुविधायें दें या न दें, लेकिन मुझे जीवन पर्यन्त जिज्ञासु और उत्साहित बने रहने का आशीष अवश्य दें।
कौशल किशोर शर्मा
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