Monday, 17 September 2018

हम हड़ताल करें न करे लेकिन अधिकार त्यागेंगे नही


हम हड़ताल करें न करें लेकिन अधिकार त्यागेंगे नही
हम अधिवक्ता कभी हॅसी खुशी हड़ताल नही करते लेकिन अपना माननीय सर्वोच्च न्यायालय इसे समझने को तैयार नही है ।क्रिमिनल अपील संख्या 470 सन 2018 कृष्णनाकांत टमनाकर बनाम स्टेट आफ मध्य प्रदेश मे पारित अपने निर्णय दिनांकित 28 मार्च 2018 के द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने सभी बार एसोसिएशन , बार काउंसिल को हड़ताल , कार्य बहिष्कार , न्यायालय से अनुपस्थित रहने का आवाह्न करने से प्रतिबन्धित कर दिया है जो सरासर हम अधिवक्ताओं के मौलिक अधिकार पर खुला आक्रमण है । अधिवक्ता हड़ताल या कार्य बहिष्कार का निर्णय अन्तिम विकल्प के रूप मे लेता है किसी भी दल की सरकार हो , सभी ने हम सबकी रोजमर्रा की जमीनी समस्याओं के प्रति उपेक्षा का भाव अपनाये रखा है । " सबका साथ सबका विकाश " की बात करने वाली सरकारो ने हम अधिवक्ताओं की सामाजिक सुरक्षा का कोई बन्दोबस्त नही किया है । मॅहगे इलाज का ब्यय वहन न कर पाने के कारण कई अपने साथी असमय मृत्यु का शिकार हो चुके है । नागरिक अधिकारों के प्रति हमारी सजगता और सक्रियता राजनेताओं और सरमायदारों को अखरती है । हम जानते है , वकालत ब्यवसाय नही है , एक मिशन है , तपस्या का जीवन है इसलिये जाडा , गर्मी, बरसात हम खुले आसमान के नीचे बैठकर शोषण के विरुद्ध शोषितों का स्वर बनने से कभी नही हिचकते ।बार काउंसिल ऑफइण्डिया ने सर्वोच्चन्यायालय के इस निर्णय के विरूद्घ राष्ट्रव्यापी विरोध का निर्णय लिया है और इसके लिए दिनांक 17 सितम्बर 2018 को सम्पूर्ण भारत की प्रत्येक बार एसोसिएशन को अपने सदस्यो के बीच इस निर्णय के दुष्परिणामो के प्रति जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश जारी किया है । इस निर्णय के द्वारा सरकारो को हम अधिवक्ताओं के मौलिकअधिकारों के हनन की छूट मिल जायेगी । हर जोर जुल्म के टक्कर मे संघर्ष हमारा नारा भी है और अधिकार भी । हम हड़ताल करें या न करें लेकिन हम हड़ताल करने के अपने अधिकार को अवमानना के भय से त्यागने के लिए तैयार नही है इसलिये हम लड़ेंगे और जीतेंगे ।दम है कितनादमन मे तेरे ,देखा है औरदेखेंगे।
टिप्पणियाँ
Ashok Pandey मौलिक अधिकारो का हनन हम हरगिज नही होने देगे
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Prakash Kumar Mishra हमारे मौलिक अधिकारों पर प्रतिबन्ध लगाया गया था आपात काल में और अब सर्वोच्च न्यायालय.....
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Shishir PandeyAdvocate अधिवक्ता एकता जिन्दाबाद
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जवाब दें2 दिन
Pradeep Shukla अधिवक्ताओं को तब तक आवश्यक समझा जाता है ,जब तक काम हो,फिर उपेक्षा ?यहाँ तक कि सरकारों मे मन्त्री बनने के बाद,अधिवक्ता विरोधी बन जाते हैँ ।देश के राष्ट्रपति से लेकर अनेक मंत्री वर्तमान मे इसी वर्ग से हैं, परन्तु सहयोग के सुर सदैव विरोध मे ही रहते हैं...
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Prem Kumar Tripathi जब चीफ जस्टिस अपनी मनमानी कर रहे थे तो सुप्रीम कोर्ट के जजों को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना विरोध दर्ज कराना पड़ा था यह भी तो एक आंदोलन का ही रास्ता था जब अपने पर आती है तो सब को आंदोलन का रास्ता सही दिखाई देता है।
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Prateek Vaish Constitution provides us the right to associate. More clarity will be required on what does it says about right to strike. Supreme Court bench of shah & Laxman wrongly held in 2005 that there is no constitutional, moral and legal right to strike. Though there is no defined constitutional and moral right to strike but as far as legal right is concerned, industrial disputes act very clearly stipulates the right and procedure of strike. Still this judgment is not overruled by a larger bench. Sometimes I wonder why can’t Supreme Court judges themselves take notice and turn down such judgments?
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जवाब देंअनुवाद देखें2 दिन
Prateek Vaish I believe that this recent judgement is just an extension of shah Laxman bench judgement of 2005 which was flawed.
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जवाब देंअनुवाद देखें2 दिन
Robby Sharma Kanpur मे तो अधिवक्ता जोर से छींक आ जाये तो भी हड़ताल कर देते हैं हजारों केस मे बिना किसी दोष के वादी गण का नुकसान होता है। कभी इस बात को लेकर भी हड़ताल करिये कि मुकदमों मे कोर्ट स्थगन ना दे। 11 या 12 बजे के बीच तो अधिकांश अधिवक्ता कोर्ट आते हैं ये कैसा workless culture है।
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Ashok Pandey Robby Sharma शर्मा जीवन अधिवक्ता भाईयो की एकता देख कर जलन हो रही है क्या ?
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जवाब दें19 घंटे
Pavan Jaggi Adhivakta ekta jindabad jindabad
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जवाब दें20 घंटे
Adv Ashok Kumar Sharma प्रिय मित्र, शोषण असमानता ,भेदभाव के विरुद्ध आपके ओजस्वी एवं तेजस्वी विचारोँ का मैं आदरप्रकट करता हूँ, आशा व विश्वास करता हूँ, कि आप अपने तेजस्वी विचारों से संघर्ष शील लोगों को अपनी विचार शक्ति से जागरूक करते रहेंगे ।ईश्वर आपको आपके लक्ष्य प्राप्ति हेतु अनन्त शक्ति प्रदान करें। आपका कल्याण हो।
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जवाब दें18 घंटे