एक नई पारी की शुरूआत
भारत सरकार की अनुकम्पा से जीवन के संध्या काल मे नेशनल इनवेस्टिगेटिंग एजेंसी की तरफ से माननीय विशेष न्यायाधीश एस टी एस टी एक्ट लखनऊ के समक्ष विशेष सत्र परीक्षण ( सेशन ट्रायल ) को विशेष लोक अभियोजक की हैसियत से संचालित करने का अवसर आज प्राप्त हुआ। दिनांक 6 जनवरी 2000 को सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता ( फौजदारी) के रूप मे प्रदेश सरकार की तरफ से ए डी जे चतुर्थ कानपुर नगर के समक्ष कार्य करने का अवसर मुझे तत्कालीन विधि मंत्री आदरणीय शिव प्रताप शुक्ल की अनुकम्पा से प्राप्त हुआ था। आज न्यायालय कक्ष मे प्रवेश करते समय 6 जनवरी 2000 की तरह फिर से शिव प्रताप जी फिर याद आये । सच है कि यदि उनहोंने उस समय अवसर नहीं दिया होता तो आज मुझे एन आइ ए की तरफ से कार्य करने का अवसर नहीं मिलता । देश की एकता अखण्डता के शत्रुओं के विरूद्ध उन्हे उनके अपराधो की सजा दिलाने के लिये अपना सर्वोत्तम योगदान करने का अवसर मिलना मेरे लिए गर्व का विषय है । वास्तव मे मै आज बहुत खुश था । मै जानता हूँ कि इस बार का अभियोजन पहले के अभियोजन की तुलना मे ज्यादा संवेदनशील है इसलिये अब अपने जीवन को पहले से ज्यादा पारदर्शी बनाने की जरूरत मै खुद महसूस कर रहा हूँ। इस जरूरत को मै पूरा कर ही लूँगा लेकिन आप सब विशेषकर कानपुर बार को मै विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि लोक अभियोजक के नाते मेरे कार्य ब्यवहार और आचरण सेकानपुर बार की प्रतिष्ठा मे कभी कोई कमी नहीं आने पायेगी । आप सब अपने पुराने जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी श्री युनुस अली को श्रेष्ठ मानते हो , उनके जैसा पारदर्शी सरकारी वकील बनना तो कठिन है लेकिन आप सबकी शुभकामनाओं के बल पर मै उनका अनुयायी बनने की कोशिश करता ही रहूँगा। शायद सफल हो ही जाऊँ।
14 मार्च 2018
भारत सरकार की अनुकम्पा से जीवन के संध्या काल मे नेशनल इनवेस्टिगेटिंग एजेंसी की तरफ से माननीय विशेष न्यायाधीश एस टी एस टी एक्ट लखनऊ के समक्ष विशेष सत्र परीक्षण ( सेशन ट्रायल ) को विशेष लोक अभियोजक की हैसियत से संचालित करने का अवसर आज प्राप्त हुआ। दिनांक 6 जनवरी 2000 को सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता ( फौजदारी) के रूप मे प्रदेश सरकार की तरफ से ए डी जे चतुर्थ कानपुर नगर के समक्ष कार्य करने का अवसर मुझे तत्कालीन विधि मंत्री आदरणीय शिव प्रताप शुक्ल की अनुकम्पा से प्राप्त हुआ था। आज न्यायालय कक्ष मे प्रवेश करते समय 6 जनवरी 2000 की तरह फिर से शिव प्रताप जी फिर याद आये । सच है कि यदि उनहोंने उस समय अवसर नहीं दिया होता तो आज मुझे एन आइ ए की तरफ से कार्य करने का अवसर नहीं मिलता । देश की एकता अखण्डता के शत्रुओं के विरूद्ध उन्हे उनके अपराधो की सजा दिलाने के लिये अपना सर्वोत्तम योगदान करने का अवसर मिलना मेरे लिए गर्व का विषय है । वास्तव मे मै आज बहुत खुश था । मै जानता हूँ कि इस बार का अभियोजन पहले के अभियोजन की तुलना मे ज्यादा संवेदनशील है इसलिये अब अपने जीवन को पहले से ज्यादा पारदर्शी बनाने की जरूरत मै खुद महसूस कर रहा हूँ। इस जरूरत को मै पूरा कर ही लूँगा लेकिन आप सब विशेषकर कानपुर बार को मै विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि लोक अभियोजक के नाते मेरे कार्य ब्यवहार और आचरण सेकानपुर बार की प्रतिष्ठा मे कभी कोई कमी नहीं आने पायेगी । आप सब अपने पुराने जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी श्री युनुस अली को श्रेष्ठ मानते हो , उनके जैसा पारदर्शी सरकारी वकील बनना तो कठिन है लेकिन आप सबकी शुभकामनाओं के बल पर मै उनका अनुयायी बनने की कोशिश करता ही रहूँगा। शायद सफल हो ही जाऊँ।
14 मार्च 2018
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