Saturday, 25 May 2019

शर्मनाक शर्मनाक शर्मनाक


शर्मनाक शर्मनाक शर्मनाक
अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की हत्या करने वाले आतंकी नाथूराम गोडसे को देश भक्त बताकर भारतीय जनता पार्टी की लोक सभा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर ने हम भारतीयों का अपमान किया है । हम भारतीय अहिंसा , आपसी प्यार, अनुराग , सदभावना और आत्मीयता मे विश्वास करते है और यही अंग्रेजों के खिलाफ़ आजादी की लडाई और आज अपने लोकतंत्र का आधार है । एक आतंकी को देशभक्त बताकर भाजपा नेता प्रज्ञा ठाकुर ने वर्तमान भारत की आधारभूत संरचना की नीव हिलाने का अपराध किया है । एक ओर प्रातः स्मरणीय महापुरुषों के रूप मे गाँधी की पूजा , भाजपा के नीति वकतवय मे गाँधी वादी समाजवाद का संकल्प और दूसरी ओर गांधी का हत्यारे आतंकी गोडसे को देशभक्त बताकर हिंसा का समर्थन किस तरह के सशक्त भारत का निर्माण करेगा। अच्छी तरह समझ लो , हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं है इसलिये हिंसा और हिंसक लोगों को भारत का आदर्श बनाने का प्रयास तत्काल प्रभाव से बन्द कर दो अन्यथा तुम्हे नुकसान हो या न हो , देश और देशवासियों को इसका गम्भीर खामियाजा भुगतना पडेगा ।
टिप्पणियाँ
  • Somdutt Bajpai लाखो हिंदुओ की हत्या के लिए गाँधी जी को माफ नही किया जा सकता है । जब धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया गया था ।तो फिर मुस्लिम समाज के लोगो को भारत में क्यु रहने के लिए आमरण अनशन किया था ।
    14 जवाब छिपाएँ
    • Kaushal Sharma मतलब भाजपा नेता होने के नाते आप एक आतंकी द्वारा महात्मा गाँधी की हत्या को जायज बता रहे है और आतंकी गोडसे को देशभक्त मानते है ।
    • Suresh Yadav गोडसे को गोडसे ही रहने दिया जाय तो बेहतर है।
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    • Kuldeep Saxena Somdutt Bajpai क्या आप कुछ पढऩे भी हैं।गांधी काअनशन उस मुआवजे को देने के लिए था जो बटवारे की शर्तों मेँ शामिल थ।पाकिस्तान में अकाल और महामारी की हालत थी।
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    • Vinay Mishra Somdutt Bajpai गांधी व्यक्ति नही विचारधारा है और उसको कोई मिटा नही सकता यदि गांधी से इतनी नफरत है तो गांधी वाले नॉट भी प्रयोग करना बंद कर दे
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    • Shailendra Singh Kaushal Sharma जी आप गांधी जी की विचारधारा के लगते हैं और मुझे ऐसा लगता है कि आपको पाकिस्तान के बॉर्डर पर अहिंसा का संदेश देने के लिए जाना चाहिए और आतंकवादियों और पाकिस्तानियों को अहिंसा का पाठ पढ़ाना चाहिए
    • Somdutt Bajpai Vinay Mishra जी मैं गांधी अँधय भक्त नही हु जो हर बात को मान लू ।
    • Somdutt Bajpai Kuldeep Saxena जी मेने जो पढ़ा है और जो जनता हु बोलता हूँ । हो सकता है आप का अध्ययन गाँधी और नेहरू पर आपका जायद हो ।
    • Vinay Mishra Somdutt Bajpai अंध भक्त किसी का भी नही होना चाहिए
    • Vinay Mishra पर अच्छी विचारधारा का समर्थन जरुर करना चाहिए
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    • Naveen Singh Shailendra Singh जी, क्या इन्हें बरखा दत्ता बनाने की सोच रहे है
    • Pradeep Shukla Gande log gandi sonch,desh ka bantadhar agar bani bjp Sarkar
    • Kuldeep Saxena Somdutt Bajpai प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने फिर साबित किया है कि उनमें कोई बदलाव नहीं आने वाला है। वही एकतरफा संवाद, विरोधियों के प्रति वही नफरत और वही अहंकार। अगर इस तरह का व्यवहार डा मनमोहन सिंह करते तो अभी मीडिया वाले पागल हो जाते। अगर वह दोबारा चुन लिए गए तो इसका यही मतलब होगा कि देश ने आजादी के आंदोलन के संस्कार छोड़ दिए हैं। इन संस्कारों को फिर से पाने के लिए हमें बड़ा संघर्ष करना पड़ेगा।
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  • Narendra Kumar Yadav आज देश मे एक संवैधानिक सकंठ पैदा किया जा रहा है ये सकंठ संवैधानिक पदों पर बैठे हुये लोगों के द्धारा पैदा कराया जारहा है बल्कि ये कहे कि उनकी मौन स्वीकृति है गांधी जैसे अहिंसा के पुजारी की तस्वीर पर गोली मारना, मार्क्स और लेनिन की और कल कल्कत्ता मे ईश्वर चंद विधासागर की मूर्ति तोडना एक हिंसक वातावरण पैदा करना लोक तंत्र के लिये अपशगुन है।
    गौडसे को देश भक्त कहना राजनैतिक अराजकता के सिवाय कुछ नहीं है
    क्या मूर्ति तोडने से किसी की विचारधारा को नहीं समाप्त किया जा सकता है।क्या मार्क्स के विचार समाप्त हो जायेंगे गांधी की विचारधारा गौडसे को देश भक्त कह के समाप्त नहीं की जा सकती हैं गांधी पैदा भारत मे हुये लेकिन आज दुनिया के एक नही एक सौ छियालीस देश मान रहे हैं।
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  • Prakash Sharma आप कानपुर के वरिष्ठतम अधिवक्ता है आतंक और हत्या में अंतर नही कर पा रहे या करना नही चाहतेKaushal Sharmaजी आप लोग जितना इस विषय पर अनावश्यक टीका टिप्पणी करेंगे उतना ही ज्यादा विमर्श होगा और दबी बातें बाहर आएंगी
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    • Kaushal Sharma मै आपके साथ अपने मधुर सम्बन्धों को चिर स्थायी बनाये रखने के लिए आपकी राजनैतिक टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं कर रहा हूँ परन्तु करवदध निवेदन है कि गाँधी की हत्या का समर्थन करके हिंसा को जायज न बतायें। अच्छी तरह समझ लें , हिंसा किसी समस्या का समाधान नही है । देश मे स्थायी सुख शांति अहिंसा , आपसी प्यार , सद्भाव और आत्मीयता के आधार पर ही स्थापित हो सकेगी । प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गोडसे को देशभक्त बताकर हिंसा का महिमामंडन किया है और आपको उसकी आलोचना करनी ही चाहिए ।
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    • Rajkumar Sachan Hori Prakash Sharma हत्या आतंक बं जाती है तरीको और स्थितियों पर। गांधी हत्या आतंकी घटना भी थी
    • Prakash Sharma Rajkumar Sachan Hori आवश्यक नही की सब आपकी बातों से सहमत हों आपसे अलग मत रखने का अधिकार है
    • Mahesh Jaiswal हत्यारों और उनके समर्थकों की राय अलग ही होगी ! उनकी जगह सभ्य समाज में नहीं होती । जेल में, फांसी के तख्ते पर देर-सबेर झूलना ही पड़ता है ।
    • Satyavan Singh Is prakar bayan dekar pragya ji ne apni kutsit mansikta ka parichay diya hai
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  • Prakash Sharma कौशल जी मैंने जायज नाजायज की बात उठाई ही नही आप लोगो की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता क्यों छीन लेना चाहते है
    • Kaushal Sharma Prakash Sharma जी
      हत्या मतलब हिंसा का समर्थन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की परिधि मे नही आता ।
    • Narendra Kumar Yadav यदि अभिब्यक्ति के स्वतंत्रता की कहें तो भारतीय संविधान पर आस्था रखने वाला ब्यक्ति गौडसे को देश भक्त कहेगा तो गांधी उसकी नजर मे देशद्रोही थेक्या?आज सत्ता रूण दल के लोग और उससे जुडे उसके अनुषांगिक संगठन के लोग बराबर गांधी को गाली दे रहे हैं गौडसे की जिंदाबाद कर रहे हैं गांधी अपने ही देश देशद्रोही कहा जाय वो भी बिना तर्क के जब पाक् के बंटवारे की बात भी नहीं उठी थी तब पुणे मे गौडसे ने जानलेवा गांधी पर हमला किया था।
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    • Pradeep Shukla यही स्थिति रही तो देश पुनः गुलामी की ओर बढ़ जायेगा, और हम अबकी अमेरिका के गुलाम होंगे,देश गृहयुद्ध जैसी स्थिति की ओर अग्रसर होता जा रहा है,अफसोस यह है कि तथाकथित देश भक्त ही इसके लिए जिम्मेदार है,😢😢
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    • Rajkumar Sachan Hori Prakash Sharma हत्या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कदापि नहीं
    • Prakash Sharma Kaushal Sharma हा जो आप कहो सब सही खाता न बही
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  • Asit Kumar Singh भाजपा ने अपने ताबूत में आखिरी कील ठोंकी
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  • Ramsewak Yadav Bjpका अश्ली चरित्र नकली चेहरा
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  • Rakesh Bajpai गाँधी एक विचार धारा है।वह कभी खत्म नही होगी। हत्यारा कभी देश भक्त नही हो सकता।
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  • Vijayendra Tripathi एक आतंकी दूसरे आतंकी को राष्ट्रभक्ति का प्रमाण पत्र दे रहा है।
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  • Naveen Singh तो क्या इन्दिरा जी की हत्या करनेवाले भी.... ......
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  • अजय सिंह चौहान आज चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह,अशफाक उल्ला खां, रामप्रसाद बिस्मिल, राजगुरु जैसे क्रांतिकारियों की आत्मा यह सुन कितनी पीड़ा मे होगी कि हम तो व्यर्थ ही जीवन दे गए देश की आज़ादी का गुणगान तो गांधी जी की अहिंसा के अस्त्र को मिला ।
  • Ravindra Tripathi आप अधिवक्ता हैं, आपको हत्या एवम आतंकवाद मर फर्क मालूम है, गान्धी जी ने अच्छे काम किये होंगें,लेकिन तुष्टिकरण के जनक गांधी जी हैं, पटेल जी,जिनको पूरा देश प्रधानमंत्री मंत्री के रूप में देखना चाहता था,परंतु गांधी जी ने नहरू ऐसे व्यक्ति को देश पर थोप दिया,जिसका खामियाजा हम आज भी भुगत रहे है
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  • Deepak Sootha हत्या अभियोगी के मुँह से अहिंसा के पुजारी के लिये ऐसे ही घृणित शब्द निकलना स्वाभविक है। बीजेपी दोगली और संकीर्ण पार्टी यदि प्रज्ञा का प्रयोग अपनी खुद की हिसक विचार धारा को जनमानस के बीच फैलाने मे प्रयोग मे ला रही है तो आश्चर्य कैसा? ये लोग देश को कत्लगाह बनाने से गुरेज न करेंगे।
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  • Rajendra Sharma Jub pragya Thakur per julm kara gaya tub aap aap ne koi Tippani nahii ki na Pragya ke bare me such Sharma ji lagata hai ki appki lekhani bhi ab dhardar nahi bachi Ap bhi Julm keep khilafat karane see katy range page hai bhaiya jaijaishriradhey
  • Arjun Dwivedi ताऊ जी स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती जी के हत्यारे को आप क्या कहेंगे। और उसकी पैरवी करने वालों को क्या कहेगें।
  • Narendra Kumar Yadav भटकाओ नहीं मूल प्रश्न का उत्तर दो।
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  • Arjun Dwivedi गणेश शंकर विद्यार्थी जी के हत्यारों के विषय में आपकी क्या राय है?
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  • Adv Rajesh Kumar Mishra प्रज्ञा ठाकुर ने संघ और भाजपा की परम्परा के खिलाफ गोडसे को देशभक्त कहा है। गाॅधी जी हमारे प्रातः स्मरणीय है। उनकी हत्या एक गम्भीर अपराध है।
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  • Buddh Singh आतंकी आतंकी भाई भाई आर एस एस और भाजपाई
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  • Robby Sharma Gandhi and company krantikariyon jaise Bhagat Singh, Chandra Shekhar azad jaison ko atankwadi kahati thee us par aapka क्या vichar hai. Krantikariyon aur Hitler kee wajah se desh azad hua credit अपात्रों को मिला ये मेरा मत है।
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  • Mrinal Dey आतंक।
    आतंकी।
    आतंकवाद।

    मुर्दाबाद।
  • Sudha Sharma Nathuram deshbhakt tha , use laga - gandhi ne desh ke sath galat kiya tabhi to mara . Uski vyaktigat dushmani kya thi . Par uska view galat tha , 
    Wah aatanki nahi , sanki tha . Desh bhakti ki sanak .
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  • Ram Rakshit Sharma गोडसे का विचार जानने की कोशिश किसने की?अंग्रेज शाशन काल की तरह उसके विचारों को भी तो सत्ता के दबाब में उस समय के सत्ताधीशो ने प्रतिबंधित किया।
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  • Sudha Sharma Exactly correct Sharma ji .
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  • Sudha Sharma 1857 se shuru hui koshish azadi ki ladai ki . Gandhi ke pahle hinsatmak ladai thi . Dekhiye - mangal Pandey se lekar bhagat - chandrashekhar tak .
    Subhash ne gandhi se kaha - baba , upwas karne se , dharna baithne se ye janewala nahi , ek angrej par 6 
    indian ate hain ( the ratio of 6-1 - as per Nehru's The discovery of India ) kaat dalo inhe .
    Par baba mahatma the , unhone sangharsh ke itihas ko samjha tha , bole nahi subhash , yahi to hota raha ab tak , kya ho paya .
    Aur unhone uske ulat idea par kam kiya - ahinsa ko pakda aur kaha -- nahi karenge tere adhin kaam , aao maro hame , kitno ko maroge ? ( Asahyog andolan). Aur unhone mara - jaliyavala bag kand , jane kitno ko fansi par latka diya , par thak gaye satakar aur akhir chale jane ko tayyar ho gaye , par jinna ad gaya . Bola mera faisla karte jao aur country ke do hisse ho gaye aur 15 th august 47 ko british ne hame aajad kar diya tha .
    Mere nana batate the batware ke samay ka manjar . Bahu betiyan ghasiti ja rahi thi , lut pat .
    Aur ise mere nana ki tarah nathu ne bhi dekha tha . Khun khaul utha uska .
    (Nathu ne likha hai kahin - kya tha karan hatya ke pichhe .)
    Aur us pagal ne hatya kar di mahatma ki. Apradhi tha .
    Uska pagalpan desh ke liye tha , uske hisab se . Ya socho , wah janta to tha hi ki fansi par latak jaunga , mere naam par sab thukenge , fir batao kyon kiya aisa - use laga ki gandhi ne desh hit me galat kiya . Socho - uska vyaktigat swarth kya raha hoga ?
    Wah pagal deshbhakt to tha hi , par sanki tha .

    Baki hinsa aur ahinsa ko thik se janme ke liye buddh se puchho , mahavir se puchho ,gandhi se bilkul nahi .
    Sudha
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  • Kaushal Sharma राम रक्षित जी
    गोडसे के विचारों का आप प्रचार प्रसार करें या उसे अपना आदर्श माने या उसकी पूजा करें , हमे या अन्य किसी भारतीय को इस पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन लोकतांत्रिक भारत मे गाँधी की हत्या मतलब हिंसा का समर्थन नहीं किया जा सकता । मुझे कभी कभी लगता है कि आप जैसे लोगों ने ही गोडसे को पाला पोसा और उससे गाँधी की हत्या कराई इसीलिए उसकी आलोचना आपको बुरी लगती है ।
    • Ram Rakshit Sharma बड़े भाई माफ़ करें, वैचारिक विमर्श विचारो का होता है,मतभिन्नता होनी स्वाभाविक है किंतु इसका तात्पर्य यह नहीं की आप अपने विचार को सिद्ध करने के लिए विचारधारा या उससे जुड़े लोगो को टारगेट करें।गोडसे ने किया या उससे करवाया गया कौन जानता है।subject से सभी भटक गए
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  • Narendra Kumar Yadav राम रक्षित जी धर्म हिंसा के लिये नहीं है मत भिन्नता धार्मिक, राजनैतिक और वैचारिक हो सकती हैं एक मां के दो बेटे कोई मंदिर जाय, गुरु द्बारा जाये शिव उपासक हो याकाली का भक्त हो लेकिन हत्या उचित नहीं हो सकती है पुणे मे गोडसे ने जब हमला किया था गांधी पर तब...और देखें
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    • Ram Rakshit Sharma बड़े भाई,हिंसा किसी भी रूप में उचित है ,किसने कहा?रही बात गांधी प्रतिमा से मौन जुलुश की तो प्रदर्शन बंगाल की परिस्थिति के विरोध स्वरूप था।हमें यह नहीं भूलना चाहिए की गांधी जी को हमने अहिंसा के पुजारी के रूप में स्वीकार किया है।
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    • Narendra Kumar Yadav साध्वी प्रज्ञा ठाकुर तो आपकी है जो गांधी को देशद्रोही गौडसे को देश भक्त कह रही हैं।
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  • Kaushal Sharma राम रक्षित जी
    गान्धी की हत्या का समर्थन , उनके हत्यारे को देशभक्त बताने का अभियान , और फिर माफी मांगने का स्वांग हिंसा का समर्थन नही तो और क्या है ?आप प्रचारक रहे हो , जिम्मेदार पदाधिकारी हो , और जब आप गाॅधी की हत्या का समर्थन करते हो तो देश के लोकतांत्रिक भविष्य को लेकर हमारा डर बढ जाता है ।
    • Ram Rakshit Sharma Kaushal Sharma गाँधी जी की हत्या का समर्थन मैंने कब किया?रही बात प्रचारक या संघ जीवन की तो उस जीवन को जीने की तो उस विचार परिवार के ऐसे बहुत लोग है जो वर्तमान में बीजेपी की लाइन या विचार से अलग भी अपनी लाइन रखते है।
    • Kaushal Sharma Ram Rakshit Sharma जी
      गाँधी की हत्या अर्थात हिंसा का समर्थन और गोडसे का महिमामंडन एक ही प्रक्रिया का पार्ट है ।
    • Ram Rakshit Sharma Kaushal Sharma माफ़ करें, मैं सहमत नहीं।
    • Kaushal Sharma Ram Rakshit Sharma जी
      आप माने या न माने , आपका अधिकार है और मै आपकी असहमति के अधिकार का सम्मान करता हूँ।
    • Ram Rakshit Sharma Kaushal Sharma आपके अनुसार गोडसे का महिमामंडन वो भी नहीं किया। हाँ विचारो की स्वतंत्रता की बात थी तो मैं मैंने रखी।आपने जो पर्सनल कमेंट किया मेरे प्रचारक जीवन पर,तो वह मेरा पर्सनल व्यू था।आज भी मैं किसी भी जिम्मेदारी मैं न होते हुए भी अपने लोगो के लिए हूँ।
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  • Nadeem Rauf Khan Inpe deshdroh ki dhara ni banti ?
  • Sudha Sharma Abhi tak kisi ne nahi kaha ki gandhi ki hatya uchit thi . Koi samarthan kar bhi nahi sakta .
    Aap kahani ko vibhtsa banakar prastut karte hain .
    Yah murkhta bhara kadam nathu ne apne hisab se desh hit me uthaya tha aur khud ki bhi jaan de di . Uska koi khet ka jhagda nahi tha gandhi se .

    Is purani kahani ko ubharna aaj ki tarikh me chitt-dasha ko anavashyak sandarbh ki taraf modna hai .
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  • Sudha Sharma Chalo rahul ki tarah pragya ne bhi maafi maang li , ab sab log santusht ho jao .
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    • Kaushal Sharma Sudha Sharma जी
      प्रज्ञा ने माफी नही मांगी , माफी मांगने का स्वांग रचा है । इन पर विश्वास करना खुद को धोखा देना है।
    • Sudha Sharma Ek maje ki baat - puri rajniti swaang bankar rah gayi hai . Har koi naye naye swaang rach raha hai . Pragya jit bhi gayi to kya kar legi . Democracy me vipaksh bhi hota hai , jo puri tarah sarkar chalane me madadgar hota hai kyonki kadam kadam par aitraz uthata hai .
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  • Ram Rakshit Sharma सुधा जी यह आपने सही कहा राहुल माफ़ी मांग ले तो ठीक,प्रज्ञा मांग ले तो स्वांग...
  • Srikant Mishra कमजोर लोग अपनो में ही कमियाँ ढूढ़ते है। दुसरो को जोरदार समझ कर डरते है।
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  • Rajendra Prasad बहुत सही बाबू।जी
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