Friday, 27 September 2019

गरीब गुरबों के सशक्त स्वर हरी सिंह नही रहें

गरीब गुरबों के सशक्त स्वर हरी सिंह नहीं रहे
लक्ष्मी रतन काटन मिल कानपुर मे मजदूर रहे हरी सिंह से मेरा परिचय 50 साल पुराना है । जीवन पर्यंत साइकिल से चलने वाले हरी सिंह मोबाइल ट्रेड यूनियन थे, उनके कन्धे पर लटका झोला , उनका कार्यालय था। उन्होंने मजदूरों के हितों के साथ कभी कोई समझौता नहीं किया और अनवरत् संघर्षरत रहे । मन वचन और कर्म से " हर जोर जुल्म के टक्कर मे संघर्ष हमारा नारा है " का उद्घोष करने वाली पीढ़ी का अप्रतिम योद्धा हमे छोडकर चला गया ।मै उनके चरणों मे मै अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ । भगवान् उनकी आत्मा को शान्ति और उनके परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति भी प्रदान करे।

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