Saturday, 4 August 2018

आदरणीय प्रकाश जी, आप अपनी राजनीति कीजिए


आदरणीय प्रकाश जी
आप अपनी राजनीति कीजिए, उनहें अपना काम करने दीजिये। पत्रकार का सत्ता का गुलाम होना लोकतंत्र के हित मे नही है । महाराष्ट्र मे इन्दिरा गाँधी प्रतिभा प्रतिष्ठान का भ्रष्टाचार राम बहादुर राय ने जनसत्ता मे उजागर किया था और उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ने उस रिपोर्ट पर कार्यवाही की थी । उनहोंने यह नही कहा था कि राम बहादुर राय भाजपा से समबदध है इसलिये रिपोर्ट फर्जी है या रामबहादुर राय देशद्रोही है ।blitz मे आर के करंजिया के लेख इन्दिरा गाँधी को परेशान करते थे । " दिनमान " ने कभी कांग्रेस की नीतियों का समर्थन नही किया । हमारे जैसे बहुत से लोग दिनमान पढते हुये कांग्रेस विरोधी बने परन्तु कांग्रेस ने अपने विरोधियो को कभी देशद्रोही नही कहा और आपको अपना हर विरोधी देशद्रोही नजर आता है । आजादी की लडाई को आप धोखा मानते हो , अंग्रेजों के चाटुकार राजा रजवाड़ों को महान देशभक्त बताते हो , अपने कर्मचारियों को उनका वाजिब हक न देने वाले धनकुबेरों को आप समाज का उद्धारक बताते हो । मतलब हर वो आदमी जो आपके साथ है , केवल वही देशभक्त है और सबके सब देशद्रोही चोर उचक्के बेईमान है । भाई इस देश को महान बनाने मे सभी दलो और सभी देशवासियों का अमूल्य योगदान है । अभी चार साल पहले सत्ता मे आये हो और प्रदर्शन ऐसा करते हो कि यदि आप सत्ता मे नही आते तो देश बिक चुका होता । भाई अच्छी तरह समझ लो , मेरा है न तेरा है देश सबका है और यदि न समझी गई यह बात तो नुकसान सबका है । इसलिए मेरा करवदध निवेदन है कि रवीश , पुण्य प्रसून वाजपेयी , अभिसार जैसे पत्रकारों का सम्मान करो न करो लेकिन केवल राजनैतिक विरोध के कारण उनहें देशद्रोही बताने का अभियान बन्द कर दो । राजनैतिक कारणों से अपने विरोधियो को देशद्रोही बताने की प्रवृत्ति देश-हित मे नही है ।
टिप्पणियाँ
Suresh Yadav बहुत सुंदर विचार।

पिछले चार वर्षों में स्वप्रमाणित और फ़र्ज़ी देशभक्तों ने 'राष्ट्रीयता और देशभक्ति" जैसे पवित्र शब्दों का मख़ौल बना कर रख दिया।
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जवाब दें15 घंटे
Deepak Sootha सच कहना यदि देश द्रोह है, तो मैं देश द्रोही होना पसंद करूंगा।
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जवाब दें14 घंटे
Suresh Yadav यह तो सच के प्रति आपकी दृढ़ निश्चयता है जो हर व्यक्ति में होना ही चाहिए। 
बात यहां पर सच बोलने वाले लोगो को देशद्रोही कहने वाले दिग्भ्रमित और फर्जी देशभक्तों की हो रही है जो खुद के देशभक्त होने का प्रमाण खुद ही जारी कर लेते है और उनसे अलग विचार रखने वाले को देशद्रोही का प्रमाण जारी कर देते हैं।
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जवाब दें13 घंटे
Sushil Yadav बिल्कुल कहिये,
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जवाब दें12 घंटे
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जवाब दें13 घंटे
DrHarendra Singh Kaushal ji ka satik , tathyaparak, 
muhtod uttar.
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जवाब दें10 घंटे
Satbir Singh Kaushal ji 
You are absolutely right. 
This is the only way to answer Bhakt jan. 

Actually they are purposely blind. They have all three qualities of Gandhi's 3 bunder 
Bura dekhenge 
Bura Sunenge 
Lekin Bura bolenge ( Modi ke khilaaf ) nahi. 
😀
Kaushal ji 
बिल्कुल सही कहा आपने
भक्त जान का जवाब देने का बस यही तरीका है ।
वास्तव में वे जानबूझ कर अंधे हो गए हैं । उनके पास गांधी के 3 बंदर के तीनों गुण हैं ।
Bura dekhenge 
Bura Sunenge 
Lekin Bura bolenge ( Modi ke khilaaf ) nahi. 
😀
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अपने आप अनुवाद किया गया
9 घंटे
Mohan Tiwari · 7 आपसी मित्र
जाने किसके इशारे पे हंसते और रोते हैं
ये इंसा नहीं ये तो किसी के पालतू तोते हैं
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जवाब दें1 घंटे

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