Tuesday, 18 July 2017

लड़कियों का सेटल होना मतलब शादी


लड़कियों का सेटल होना मतलब शादी
मेरी अपनी बेटी दिल्ली के एक मीडिया समूह मे सीनियर सब एडीटर के पद पर कार्यरत है । मेरे रिशतेदारों और निकटतम मित्रों को उसके सेटल होने की चिन्ता सताने लगी है । मै बताता हूँ कि अपने क्षेत्र मे स्थायित्व की दिशा मे उसकी गति ठीक ठाक है । अपने तरीके से अपनी पसन्द का जीवन जी रही है लेकिन कोई संतुष्ट नही होता। अपनी मेहनत के बल पर अपना मुकाम बनाने वाली लड़कियों के हम माता पिता खुद अपनी बेटियों का भविष्य उनकी शादी मे तलाशते है । हम आज भी उनहे अपने ही घर मे दिवतीय श्रेणी का नागरिक मानते है और इसीलिये उनकी निजी उपलब्धियाँ उनकी आत्मनिर्भरता हमे उनके सुखमय भविष्य की गारन्टी नही देतीं ।विवाह मे ही उनका भविष्य सुरक्षित माना जाता है। हम और हमारेसमाज ने बेटियों के लिए विवाह और मातृत्व सुख प्राप्त करना अनिवार्य बना दिया है जबकि प्रायः देखा जाता है कि विवाह के बाद कई प्रतिभाशाली बेटियाँ बचपन से मेहनत करके अर्जित मुकाम गँवा बैठती है और यदि पति के साथ कोई विवाद हो गया तो नये सिरे से उन्हे अपना मुकाम पाने मे नाकों चने चबाने पड़ते है । हमें अपने सोच मे बदलाव लाकर अपनी बेटियों की निजी उपलब्धियों पर गर्व और उनकी आत्मनिर्भरता का सम्मान करना सीखना होगा ।
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62 टिप्पणियाँ
टिप्पणियाँ
Mukesh Vissarwal Insan बिलकुल सही कहा sir आपने
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जवाब दें14 जुलाई को 08:49 पूर्वाह्न बजे
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Gopal Chauhan बहुत सुंदर विचार बड़े भाई
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14 जुलाई को 08:51 पूर्वाह्न बजे
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Pooja Gupta सर जी यही सोच अगर 50प्रतिशत लोगो की भी हो जाऐ तो तो महिलाओ की दोयम दर्जे की जिन्दगी न बितानी पड़े
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14 जुलाई को 08:55 पूर्वाह्न बजे
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Adv Suman Lata Katiyar इस सच्चाई को कोई नकार नहीं सकता।
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14 जुलाई को 08:55 पूर्वाह्न बजे
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Kanti Shikha मुख्य है बेटियों के अपने सपनों का पूरा होना और अपना लक्ष्य हासिल करना, आत्मनिर्भर बनना... शादी गौण है।
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14 जुलाई को 08:56 पूर्वाह्न बजे
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Kumari Sneha अंकल आप ऐसे ही हम लोगों को उत्साहित करते रहें।
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14 जुलाई को 09:03 पूर्वाह्न बजे
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Ambuj Agarwal बहुत ही अच्छा लगा मगर हमारा समाज अभी भी महिलाओं को दोयम दर्ज की सोच में पारिवारिक सुख शांति की जगह अशान्ति में फसा है जबकि भारतीय समाज से ही इंदिरा नुई, अरुंधति भटाचार्य , चंदा कोचर ,ओर सुषमा स्वराज जैसी नारियो ने कीर्तिमान स्थापित किये है । जयहिन्द
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14 जुलाई को 09:05 पूर्वाह्न बजे
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Bajpai Arvind Bahut hi sundar vichar swaagat hai sharma ji
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14 जुलाई को 09:19 पूर्वाह्न बजे
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Manisha Mishra Well said...har ladki ka inspiration uske ma baap hi hote hai..aaj beto se jyada betiya apne ma baap ke jaan hai...aur aap jaise pita ho to betiyo ko kisi sahare ki jaroorat nhi uske paas do ratn hai...shiksha aur uske ma pita...to phir saari kaynat uske paas hai...
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14 जुलाई को 09:23 पूर्वाह्न बजे
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Chetram Panwar · Mukesh Vissarwal Insan का मित्र
Veri good sir
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14 जुलाई को 09:29 पूर्वाह्न बजे
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Pradeep Shukla सभी ऊचाँइया हाँसिल करने के बाद भी बेटियों के मामले में ऐसा लगता है कि अभी कुछ बाकी है ?नौकरी पेशा बेटियां उम्र के एक पड़ाव पर जाकर महसूस करती हैँ कि उन्हें कोई साथी सहयोगी चाहिए, पर सम्भव नहीं हो पाता ।उस समय उनके माँ बाप का सम्बल भी नही रह जाता,ऊचाँइया...और देखें
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14 जुलाई को 09:38 पूर्वाह्न बजे
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Vivekanand Singh वाह अंकल प्राउड ऑफ़ यू🙏🙏
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14 जुलाई को 09:46 पूर्वाह्न बजे
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Versha Srivastava Bahut hi uttam vichar sir
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14 जुलाई को 09:49 पूर्वाह्न बजे
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Arun Dixit Absolutely correct. It is to day demand.अनुवाद देखें
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14 जुलाई को 09:50 पूर्वाह्न बजे
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Rajiv Batia यह बात आपने इस तरह से कह कर कई पिताओ की बहुत बडी मदद कर दी 
आभार
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14 जुलाई को 10:03 पूर्वाह्न बजे
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Ramshyam Kashyap · Kanti Shikha का मित्र
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14 जुलाई को 10:16 पूर्वाह्न बजे
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Suresh Yadav बहुत सामयिक पोस्ट। प्रतिभाशाली बेटियों का बचपन से मेहनत करके अर्जित किये हुए मुकाम को गँवाना उनके जीवन का बहुत बड़ा सेटबैक होता है। यह परिस्थिति उनके ऊपर आने वाली दोतरफा जिम्मेदारियों के कारण पैदा होती है। बेटियों को इससे बचाने में पेरेंट्स का रोल अहम ह...और देखें
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14 जुलाई को 10:25 पूर्वाह्न बजे
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Sanjay Shukla उत्तम विचार भाई साहब
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14 जुलाई को 10:27 पूर्वाह्न बजे
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Girdhar Dwivedi बेटी के लिए परिवार व कैरियर दोनों बहुत आवश्यक है
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14 जुलाई को 10:28 पूर्वाह्न बजे
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Anil Mishra आप के विचारो से मै सहमत हूँ
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14 जुलाई को 10:28 पूर्वाह्न बजे
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Dolly Dolly · Vivek Chopra और 1 अन्य के मित्र
सही कहा सर
मैं भी ऐसी ही एक मां हूं मेरी बेटी आत्मनिर्भर हैं शादी नहीं करना चाहती, उसके फैसले के खिलाफ नहीं मैं,,बस एक चिंता सताती है, मेरे गुजर जाने के बाद उसका ध्यान कौन रखेगा उसके साथ कौन होगा,
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14 जुलाई को 10:44 पूर्वाह्न बजेसंपादित
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Jaya Sharma Bahut hi aacha vichar
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14 जुलाई को 11:40 पूर्वाह्न बजे
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Anand Sharma बहुत सही बात।
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14 जुलाई को 11:48 पूर्वाह्न बजे
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Vishal Sharma Sahi kaha bhaiya
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14 जुलाई को 12:00 अपराह्न बजे
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Uma Chadha आज के दौर में ये मायने बदल गये हैं.
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14 जुलाई को 12:22 अपराह्न बजे
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Rekha Sharma आप सही नेतृत्व कर रहे है भाई साहेब महिलाओ को दोयम दर्ज की सोच नही रखना चाहिये।
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14 जुलाई को 12:32 अपराह्न बजे
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Adv Sharad Pandey UNCLE JI CHARANSPRSH ,I AGREE WITH U :-अनुवाद देखें
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14 जुलाई को 12:33 अपराह्न बजे
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Manmeet Kaur · Sanjana Gupta Agarwal का मित्र
May all father's think the same
अनुवाद देखें
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14 जुलाई को 02:22 अपराह्न बजे
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Sushil Yadav बहुत बढ़िया सर्
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14 जुलाई को 03:44 अपराह्न बजे
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Prem Singh Yadav · Sushil Yadav का मित्र
very nice
अनुवाद देखें
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14 जुलाई को 05:58 अपराह्न बजे
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Sindhuvasini Tripathi Wah uncle 🤗🤗
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14 जुलाई को 08:16 अपराह्न बजे
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Arpita Bhargava After reading this felt nice that uncle has expressed this v well.. well written by uncleअनुवाद देखें
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जवाब दें14 जुलाई को 09:46 अपराह्न बजे
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Somdutt Bajpai आपके विचार अति उत्तम है
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14 जुलाई को 11:57 अपराह्न बजे
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Mukul Srivastava Bahut sahi vichar prastut kare aane.
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15 जुलाई को 12:02 पूर्वाह्न बजे
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Amit Verma Bahut accha sir. Har pita ki soch agar aisi hogi. To ladkiyan bhi samaj me kandhe se kandha Mila kar chalengi. I Appreciate sir.
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15 जुलाई को 04:17 पूर्वाह्न बजे
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Ramesh Trivedi Thik batt
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15 जुलाई को 04:33 पूर्वाह्न बजे
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Ajay Gupta · Equity Shailendra का मित्र
Sharma ji nai vchar ka swagat.settle ki chinta beti s jyada beta ki h aaj k samay m.vchar krna. Santan (daughter & son) ki 30 ki age niklne k baad apne ko thaga sa mahsoos hota h.result 30 year baad hi aatey h.Dry milk, family ka plan, westran style, a...और देखें
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जवाब दें15 जुलाई को 06:27 पूर्वाह्न बजे
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Shiv Vilas Dubey · 11 आपसी मित्र
आशा है पुत्रियो के अभिवावक कुछ सीखेगें
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15 जुलाई को 07:21 पूर्वाह्न बजे
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Ashok Tiwari · Robby Sharma और 10 अन्य लोगों के मित्र
अतिसुन्दर विचार ।हम भी बेटी वाले है हमने सदैव प्रयास किया है की वो आत्मनिर्भर बने हमें अपनी बेटी पर नाज़ है।
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15 जुलाई को 01:23 अपराह्न बजे
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Kaushal Sharma बेटियों पर नाज करने से ही उनका भविष्य उज्जवल होगा ।
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Anita Misra सही हमारे यहाँ सेटल मतलब शादी बच्चे आत्मनिर्भरता जैसे मायने नहीं रखती
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15 जुलाई को 03:20 अपराह्न बजे
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Rajesh Mishra · 7 आपसी मित्र
लाजवाब. हमे आप जैसे अनेको पिताओं की आवश्यता है
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15 जुलाई को 05:37 अपराह्न बजे
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DrNikita Trivedi यदि एक सक्षम औऱ नौकरीपेशा स्त्री विवाह नही करना चाहती तो....इसका ज़िम्मेदार भी....पुरुष प्रधान समाज की छोटी सोच हैं !
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15 जुलाई को 06:10 अपराह्न बजे
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Ganga Prasad Yadav भाषण और हकीकत मे काफी अंतर विरोध है सारी स्थिति परिस्थिति समाज से ही बनती है , हम समाज की अपेक्षा को नजरअंदाज नही कर सकते बल्कि उसे बढ़ा चढ़ा कर दिखाने का प्रयास भी करते है ? लेकिन वास्तविकता को स्वीकार करना ही पड़ता है हर मां-बाप की अभिलाषा एक कदम आगे ...और देखें
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16 जुलाई को 07:09 पूर्वाह्न बजे
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Sanjay Kumar Singh लाजवाब ! बड़े भाई का बोल,
सदैव होता है अनमोल।
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16 जुलाई को 08:00 पूर्वाह्न बजे
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Sandhya Mishra blkul sahi kah rahe hai Ganga Prasad Ji
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जवाब दें16 जुलाई को 07:18 अपराह्न बजे
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