हम मे से कम लोगों को पता होगा कि नेशनल ड़िफेनस एकेडमी के कैड़ेटस को स्नातक की उपाधि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाती है । हलाँकि वे वहाँ पढने नही जाते लेकिन इसका यह अर्थ नहीं कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय या अन्य किसी भी विश्वविद्यालय मे देश प्रेम जगाने के नाम पर टैंक रखने की अनुमति दी जाये । हम देशवासियों को प्राइमरी स्कूलों से देश के लिए जीने मरने की शिक्षा दी जाती है । हमारे देश मे सैनिक शासन नहीं है और हमे देश मे सैनिक शासन चाहिए भी नही ।पाकिस्तान मे सैन्य शासन का दुष्परिणाम हम देख रहे हैं ।हमे याद रखना चाहिए कि हम लोकतांत्रिक राष्ट्र है । हमने अपने नालन्दा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों को नष्ट होते देखा है । जे एन यू जैसी प्रतिष्ठित संस्था पर अनरगल आरोप लगाकर उसे बदनाम करने से अपना ही अपमान होता है। देश को कई प्रतिष्ठित शासक जे एन यू ने दिये है ।हमने अंग्रेजों से आजादी सेना के बल पर नहीं चन्द्र शेषर आजाद, शहीद भगतसिंह, बाल गंगाधर तिलक,महात्मा गाँधी जवाहरलाल नेहरू राम मनोहर लोहिया जयप्रकाश नारायण के प्रयासों से पाई है इसलिए शिक्षा के मन्दिरों मे हमे इनमें से किसी न किसी की मूर्ति लगानी चाहिए और बच्चो को इनका इतिहास पढाना चाहिए । दिन रात सेना की चर्चा परिचर्चा करना लोकतंत्र के हित में नहीं है ।
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