Saturday, 8 July 2017

आजादी की लड़ाई की जीत के समकक्ष कुछ भी नही


आजादी की लडाई की जीत के समकक्ष कुछ भी नहीं जी एस टी एक बडा कर सुधार है और उसे आजादी की लडाई की जीत के समकक्ष नही माना जा सकता। आजादी की लडाई मे असंख्य भारतीयों ने कुर्बानी दी थी । जी एस टी के लिए किसी ने कोई कुर्बानी नहीं दी बल्कि आज के शासक जी एस टी का पुरजोर विरोध करते रहे हैं इसलिए जब वे लोग उसे आजादी की लड़ाई के समकक्ष बताते है तो लगता है कि वे आजादी की लडाई मे असंख्य भारतीयों के बलिदान का महत्व कम करना चाहते है । वे चाहते है कि वर्तमान पीढी आजादी की लडाई के इतिहास की चर्चा न करें । जमींदारी उन्मूलन, बैंको का राष्ट्रीयकरण, राजा रजवाड़ों के प्रीवीपरस की समाप्ति के काम आजाद भारत के बडे आर्थिक सुधार है । नरसिंह राव के कार्यकाल मे समाजवाद का परित्याग करके आर्थिक उदारीकरण का मार्ग अपनाकर अपने समाजवादी गणराज्य को पूँजीवादी गणराज्य मे बदलने का नीतिगत बदलाव किया गया था लेकिन उस समय जश्न नहीं मनाया गया। ठोस काम किये गये जिससे देश का गिरवी रखा सोना वापस आ सका । जी एस टी कर सुधार की एक नई प्रक्रिया है , आर्थिक नीतियों के बदलाव का कोई नया माडल नहीं है । सामान्य कर सुधारों को आजादी की लडाई की जीत के समकक्ष बताकर सरकार ने एक गलत परम्परा की शुरुआत की है
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31 टिप्पणियाँ
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Nadeem Rauf Khan Aj k shasaku me gyan ki bht kami h
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1 जुलाई को 05:57 पूर्वाह्न बजे
Mohan Tewari क्या उनकी बात करें जिनकी रोज दास्तानें बदलती हैं
वो आदमी रोज चेहरा बदलता है रोज जुबानें बदलती हैं
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1 जुलाई को 06:19 पूर्वाह्न बजे
Suresh Yadav जिस तरह 60 साल के कांग्रेस शासन को समाप्त कर सत्ता में आने को एक तरह का स्वतंत्रता संग्राम कहा गया था उसी मुहं से जीएसटी को भी आज़ादी की लड़ाई के समकक्ष सुनकर कोई आश्चर्य नहीं होनी चाहिए।

मुझे नहीं लगता कि जमींदारी प्रथा के उन्मूलन, राजा रजवाड़ों के प्रि
...और देखें
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1 जुलाई को 06:50 पूर्वाह्न बजे
Anupam Sharma
Anupam Sharma सब चर्चा होनी चाहिये कैसे फर्जी नहरू ने गाँधी और अंग्रेजो के साथ मिलकर देश का बंटवारा सत्ता के लालच में करवाया । और लाखों मासूम लोगों का कत्लेआम औरतों बलात्कार बंटवारा में हुआ
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1 जुलाई को 07:09 पूर्वाह्न बजे
Anupam Sharma
Anupam Sharma अपनी अय्यासी में कैसे कश्मीर समस्या नहरू ने देश पर थोपी पूरा इतिहास पता चलना चाहिए
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1 जुलाई को 07:10 पूर्वाह्न बजे
Suresh Yadav लो कल्लो बात। समझ सकते हैं तो समझ लीजिए श्री कौशल शर्मा साहब। और अगर समझ मे आ जाय तो हमको भी बता दीजिएगा।
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जवाब दें1 जुलाई को 07:14 पूर्वाह्न बजे
Kaushal Sharma भइया अनुपम जी बात आजादी की जीत के जशनऔर जी एस टी को लागू करने के जश्न के बीच के अन्तर की हो रही थी। लगता है कि आपने कुछ पढें बिना जहर उगल दिया।
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जवाब दें1 जुलाई को 07:14 पूर्वाह्न बजे
Vinod Tripathi शर्मा सर सही कहे हैं देश की आजादी से G.S.T. की तुलना कतई नहीं की जा सकती है। आप आजादी मिलने में हुई कुर्बानियों को याद करिये। आप ये क्यों मान रहे हैं कि कांग्रेस ने आजादी दिलाई । कांग्रेस ने केवल गद्दारी की है। बात केवल आजादी के मिलने और G.S.T.से तुलना करने की है।
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1 जुलाई को 08:44 पूर्वाह्न बजे
Ajay Sinha ढिन्ढोरा पीटनेवालों से आप कहेंगे - ज़रा सोच समझकर ! 🎅🎅
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जवाब दें1 जुलाई को 09:05 पूर्वाह्न बजे
Anil Kumar Misra सहमत
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जवाब दें1 जुलाई को 09:09 पूर्वाह्न बजे
Anil Sharma आदरणीय कोशल जी आपके जीएसटी वाले इसी लेख पर सबसे पहले मैंने एक विस्तृत टिप्पणी करी थी वह इस समय इस पोस्ट में नहीं है ! क्या आपने उसे डिलीट कर दिया! क्योंकि कल भी नीतीश कुमार वाले आपके लेख में मैंने एक लंबी और बड़ी टिप्पणी करी थी वह भी बाद में गायब हो गई! कृपया आप बताएं क्या आपने डिलीट करी थी क्योंकि आपको याद होगा आपने उन पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी थी! कृपया मुझे बताएं!
Vineet Awasthi दिल को बहलाने को गालिब ख्याल अच्छा है . 
देश अब चल पडा है .
विरोध तो अब शुबह जल्दी उठ जाने का भी हो रहा है , कह रहे है नेहरू और गांधी तो कभी नहीं उठे .
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1 जुलाई को 09:29 पूर्वाह्न बजे
Kamlesh Chaturvedi कुछ लोग झूठ से मिले ज्ञान को प्राप्त कर अपने को महाज्ञानी मान बैठे हैं उनको लगता है कि जनता को सारा ज्ञान २०१४ में ही प्राप्त हुआ इसके पहले की जनता निपट मूर्ख थी जिसने नेहरु जी और गांधी जी में गुण देखे -नेहरु जी चुनाव में कभी पराजित नहीं हुए -जनता ने उन्हें प्रधान मंत्री बनाया ।
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1 जुलाई को 12:50 अपराह्न बजे
Kamlesh Chaturvedi मज़े की बात यह है कि मोदी जी के भक्त विरोधाभाषी हैं -ये भक्त गांधी जी की आलोचना करते हैं उन्हें गाली देते हैं जबकि ख़ुद मोदी जी दुनियाभर में गांधी जी जा गुणगान करते हैं -अभी २-३ दिन पहले गांधी जी की तरह साबरमती आश्रम में चरख़ा चलाने का ढोंग कर आए हैं -गांधी जी की इतनी प्रशंसा की । भक्तों को चाहिए या तो अपने नेता का अनुसरण करें या अपने नेता से गाँधी जी का विरोध करवाएँ ।
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1 जुलाई को 12:56 अपराह्न बजे
Kamlesh Chaturvedi रही बात जीएसटी की तो मोदी सरकार कांग्रेस का अनुसरण कर रही है तब १४% की अधिकतम GST का विरोध किया अब २८% का लागू किया और ख़ुद मोदी जी ने स्वीकार किया कि इसमें उनकी पार्टी का अकेले योगदान नहीं है ।
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1 जुलाई को 12:59 अपराह्न बजे
Vineet Awasthi Kamlesh Chaturvedi ji धन्यवाद आपके विरोध के इस स्तर से ही हमे लगता है हम सही है और ऊर्जा प्राप्त होती है .
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1 जुलाई को 01:55 अपराह्न बजे
Arvind Raj Swarup Cpi कुटिल हैं।उस तहरीक से जोड़ना चाहतें हैं जिसके वो हिस्सेदार नहीं।
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1 जुलाई को 05:36 अपराह्न बजे
Rakesh Srivastava
Rakesh Srivastava Usi narsinghrao ke photo Congress ke maharani Victoria nay sansad may nahi lagnay de . Congress Kay head office may nahi rakhnay de . Sonia Gandhi Hindustan ke sabsay kutil leader hai jo apnay moorkh launday ko PM bananay Kay pagalpan may Congress jo nasht karnay may lagi hai.
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1 जुलाई को 07:32 अपराह्न बजे
Prem Kumar Tripathi १००%मेरी नजर मे सही बिचार शर्मा जी
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1 जुलाई को 09:36 अपराह्न बजे
Vineet Awasthi अंग्रेज आज़ादी की मांग करने वाले भारतीयों को फांसी पर लटका देते थे फिर गांधी-नेहरु कैसे बच गए ?
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1 जुलाई को 09:38 अपराह्न बजे
Anil Mishra मैं आप के विचारो से सहमत हूँ आजादी की जीत की तुलना जी एस टी जैसे कर सुधार से करना उचित नहीं है
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1 जुलाई को 11:02 अपराह्न बजे
Pradeep Asthana True n fact ye coming generation k liye ho raha hai humari nayi genrtn ko fayda milega
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जवाब दें1 जुलाई को 11:26 अपराह्न बजे
Ramesh Trivedi Main sahmat hun
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1 जुलाई को 11:43 अपराह्न बजे
Prakash Sharma कौशल जी क्षमा कीजियेगा आजादी की कांग्रेसी लड़ाई और कथित आज़ादी से ज्यादा फ्लॉप आन्दोलन और कोई नही रहा ....६२ जिलो का दाब २५० से अधिक धार्मिक श्रद्धा के केन्द्रों का हमसे अलग हो जाना ...तीन करोड़ से अधिक लोगो का नंगे बदन अपना सब कुछ छोड़ कर आ जाना दस लाख हि...और देखें
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2 जुलाई को 08:40 अपराह्न बजेसंपादित
Sandhya Mishra GSTnFreedom Fight ko compare krna as like raja bhoj n gangu teli
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2 जुलाई को 10:07 अपराह्न बजे
Ado Amit Srivastava
Ado Amit Srivastava दादा जी आजदी की लडाई जो लडे वो फंदे पे लटक गये !!!!!!
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3 जुलाई को 02:54 पूर्वाह्न बजे
Ado Amit Srivastava
Ado Amit Srivastava आंदोलन ,सत्याग्रह और भूक हडताल से आजादी मिलती तो कब का जन लोकपाल आ गया होता !!!!!!!!!!
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3 जुलाई को 02:56 पूर्वाह्न बजे
Buddh Singh आजादी की लड़ाई में देश के साथ गद्दारी करने वाले लोग आज कल देशभक्ति का नकली चोला ओढ़कर घूम रहे है
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3 जुलाई को 07:13 पूर्वाह्न बजे
R.b. Singh · Rajendra Gupta और 15 अन्य लोगों के मित्र
V nice & thoughtful
अनुवाद देखें
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4 जुलाई को 09:52 पूर्वाह्न बजे

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