आज आदरणीय संजय शुक्ल के प्रयासों से शिवाजी नगर स्थित पार्क में छात्र जीवन के मित्रो का समागम हुआ जिसमें आदरणीय भूधर नारायण मिश्र, राकेश सचान, शतीश निगम अरूण पाठक संतोष द्विवेदी, समरजीत सिंह, सुरेश यादव, बलबीर सिंह, अनिल अग्निहोत्री, उमेश शुक्ल, सुरेश अवस्थी, सुरेंद्र बाजपेयी, दिनेश शुक्ल आदि बहुत से पुराने साथी उपस्थित रहे। सब लोग एक दूसरे से मिलकर खुश हुए। सभी ने कहा कि हम सब गाँव से कानपुर पढने आये थे और फिर एक दूसरे के सहयोग से छात्र संघ की राजनीति में सक्रिय हुए। हम सब अलग अलग संगठनों में रहते हुए छात्रों के साथ साथ देश और समाज की बेहतरी के लिए कुछ कर गुजरने का सपना देखते थे। त्याग तपस्या की राजनीति का युग समाप्त हो गया है, अब किसान मजदूर के बीच से संघर्ष करके नेतृत्व पैदा नहीं होता। कारपोरेट घराने अपनी सुविधा के लिए नेतृत्व पैदा करते हैं। सभी लोगाें ने साल में एक बार नहीं कम से कम चार बार मिलने की जरूरत बताई। संजय भाई ने इस समागम के द्वारा सभी को छात्र जीवन की मधुर यादों से रूबरू होने का अवसर उपलब्ध कराया। सभी लोगाें ने उनके प्रति आभार जताया।
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