Saturday, 12 August 2017

गौरव भाई आप भी राजनेता हो गये


आज विद्वान अधिवक्ता श्री गौरव भाटिया राम मंदिर पर " आज तक " चैनल पर प्रवचन दे रहे थे । समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता के नाते भी उन्हे राम मंदिर पर प्रवचन देते हुयें मैने उन्हे सुना है । गौरव भाई आपने भी यू टर्न लेने मे निपुणता प्राप्त कर ली है परन्तु भूल जाते है कि आप जैसे पलटुओ के कारण आम जनता अब राजनेताओं को राजनैतिक रूप से बेईमान मानने लगी है और उन पर विश्वास नहीं करती ।
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23 टिप्पणियाँ
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Sanjay Shukla गौरव भाटिया जैसे लोग ही समाज के कलंक है
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11 अगस्त को 07:09 अपराह्न बजे
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Suresh Yadav There are many bright people who have sullied their political image and have caused lots of disappontment in the recent past. Gaurav Bhatia ji is also one of them.अनुवाद देखें
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11 अगस्त को 07:54 अपराह्न बजे
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दिनेश सिंह भोले गौरव भाटिया से मैं लखनऊ में मिला था अपने सीनियर आर०टी०आई० कार्यकर्ता के साथ 

खैर 


इनका स्वभाव पलटीमार सपा कार्यकाल में ही झलकने लगा था
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11 अगस्त को 08:33 अपराह्न बजे
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Prakash Sharma Kaushal Sharmaजी vaise गौरव भाटिया ने सिर्फ यू टर्न ही लिया है आपकी आजकल की पोस्ट देख कर तो लगता है आप रोज ही कुलाटियां खा रहे है क्षमा सहित
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11 अगस्त को 08:37 अपराह्न बजे
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Prabhakar Mishra · 6 आपसी मित्र
कौशल जी के संघर्ष को मै जानता हूं इसलिए मै समझता हूं कि उनके मन की बात मुख में आ जाती है
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11 अगस्त को 09:48 अपराह्न बजे
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Rahul Dev लगता है राम का नाम लेने पर गौरव जी को अंतरात्मा की आवाज सुनाई दे गई!
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जवाब दें11 अगस्त को 08:41 अपराह्न बजे
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Chandra Shekhar Singh ज़िसको मन्दिर चाहिए वे मन्दिर आयें 
ज़िसको मसजीद चाहिए वे कही जाये 
कोयी ऊंको बुलाता नही है 

आईये मन्दिर मे 
मानना है तो मान लो रामायान 
पर नेतागीरी जन्ता ज़ांती है 
मुझको सब लोग नेता ही दिखायी देते है राम सेवक कोयी नही
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जवाब दें11 अगस्त को 09:14 अपराह्न बजे
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Deepak Sootha · 11 आपसी मित्र
इंसान के मन से बडा कोई मन्दिर नहीं . आँखें बन्द कर लीं और प्रगट हो गये प्रभू . जो मदिरों में ढूंड रहे प्रभू को अगले 10 जन्म तक न पा पायेगे .
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11 अगस्त को 09:27 अपराह्न बजे
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Kaushal Sharma आदरणीय प्रकाश जी 
मै कुलाटी नहीं लेता ।आपने सत्ता मद मे सच सुनना बन्द कर दिया है । हाफ पैनट खोलकर ,बोलो वन्दे-मातरम, का नारा लगाकर हम सबको अपमानित करने वाले , अटल जी को टायरड़ रिटायरड़ और शराबी बताने वाले नेताओं को आप अपना आराध्य मान सकते है । आप शायद 
भूल गये है कि सार्वजनिक रूप से भाजपा के झंड़े से अपना जूता साफ करने वाले लोग आज भाजपा मे आकर चरित्रवान बन गये है । आप चाहते है कि इस प्रकार के चरित्रवान नेताओं की मै प्रंशसा करूँ । ऐसे लोगों की प्रंशसा आपको मुबारक हो । गौरव भाटिया पर मेरी टिप्पणी आपको अच्छी नहीं लगी । आपने मान लिया है कि जो भाजपा मे आ जाता है , उसके सब पाप धुल जाते है लेकिन देश की जनता ऐसा नहीं मानती और न कभी मानेगी ।
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11 अगस्त को 09:43 अपराह्न बजे
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Pradeep Shukla 👍कौशल जी गौरव भाटिया ने लगता है,गिरगिट से शिक्षा ली है..
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11 अगस्त को 09:48 अपराह्न बजे
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Brijesh Rai भैया जी आप ने बिल्कुल सही कहा जिस संगठन का देश की आजादी में एक चूहा भी नही मरा वो आज देश भक्त का पाठ पढ़ा रहे हैं, धन्य मनावे अटल जैसे नेता का जिसका बोया ऐ हाफ पैंट वाले काट रहे है
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11 अगस्त को 10:00 अपराह्न बजे
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Lokesh Shukla कौशल जी ! आपका दर्द समझ सकता हूं लेकिन जरा सोचिए कि राजनीतिक दलों में कोई एक दल ऐसा है जिसने अवसरवादियों को पनाह न दी हो ? सत्ता हथियाना ही एक मात्र सिद्धांत होता है।
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जवाब दें11 अगस्त को 11:22 अपराह्न बजे
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Prakash Sharma Kaushal Sharmaji मुझे नेकभी सत्ता का मद रहा न सत्ताच्युत होने का दर्द35 वर्षो के सामाजिक जीवन मे अनेक बार भी कभी सत्ता के अत्यंत निकट होते हुए भी रंच मात्र भी सत्ता का उपयोग उपभोग नही किया लेकिन आप दिन में50 बार पलटी मारते हो रही बात किसी के सुधरने की तो तुलसी बाबा कह गए हैं"सठ सुधरहिं सत संगत पाई"90 वर्षो की वैचारिक साधना और तपस्या की शक्ति है जो कुछ भी सुधार सकती है,ये ताकत है भारत के मूल चिंतन की जो रत्नाकर को वाल्मीकि बनने का अवसर देती है ये रूस और चीन का करकट नही है मुझ पर सत्ता लोलुप या मदान्ध होने का व्यक्तिगत आरोप लगा कर आप अपने अर्धवृतों को छिपा नही सकते ,वैसे मैन भाटिया की प्रशंसा नही की थी सिर्फ आपको स्मरण कराया था कि आपकी एक उंगली जब भाटिया की ओर उठ रही है तो तीन आपकी तरफ खुद उठी है बस क्षमा सहित
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जवाब देंकल 12:09 पूर्वाह्न बजेसंपादित
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Kaushal Sharma आदरणीय प्रकाश जी 
मैने गौरव जी को आइना दिखाया था लेकिन समझ मे नहीं आया, बुरा आपको क्यो लगा ? भाई राजनीति में विश्वसनीयता महत्वपूर्ण है । अपनी विधानसभा या विधान परिषद से इस्तीफा देकर आपके मंत्रियों की सदस्यता का रास्ता सुगम बनाने वाले लोगों को अभी कुछ द
िन पहले तक आप ही लोग बेईमान बताया करते थे और अब उनकी आलोचना सुनकर आप चिढ जाते है । चिढो मत , जनता ने कांग्रेसी संस्कृति को आगे बढाने के लिए आपको वोट नहीं दिया । गरीबी बेकारी अशिक्षा बीमारी जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए दिया है । इस दिशा मे कुछ कर सको तो करो और राजनीति में विश्वसनीयता के लिए कुछ खोना भी सीखो । हर समय दूसरों की आलोचना करने से देश नहीं बदलेगा । दावे से कह सकते हो कि आपके दल के मंत्री अपनी ज्ञात आय पर अपना गुजारा करते है और उनके आसपास कांग्रेसी संस्कृति के दलाल नहीं रहते ।प्रकाश जी ज्ञात आय पर गुजारा करना मुश्किल होता है इसीलिए विचारधारा से प्रेरित होकर नहीं अतिरिक्त आय के लिए गौरव जैसे लोग निष्ठा बदलते है और उसके लिए दोषी आप लोग हो , जो इन्हे निष्ठा बदलने का अवसर उपलब्ध कराते हो और इनकी आलोचना से चिढ जाते हो ।
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Prakash Sharma Kaushal Sharmaमुझे बिल्कुल बुरा नही बस आश्चर्य हुआ कि बारंबार, रोज वैचारिक कुलाटियां खाने वाले ज्ञान बांच रहे है लेनिन से ख्रुश्चेव वाया हेडगेवार ,मुखर्जी,दीन दयाल लोहीया,,, गांधी सोनियाआदि आदि की कुलाटियां खा के
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Kaushal Sharma आदरणीय प्रकाश जी 
अनरगल दोषारोपण कर रहे हैं आप । अन्य लोगों की तरह आप भी मेरे प्रश्नों का उत्तर नहीं दे रहे हैं । नई नई बाते करके मूल प्रश्न को दबा रहे हैं । कांग्रेस की रीति-नीति गलत थी इसलिए अब आप सत्ता मे हैं लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि आपको कांग्
रेसी रीति नीति को आगे बढाने का लाइसेन्स मिल गया है । मित्र दावे से कहिये , आपकी सरकार के सभी मंत्री अपनी ज्ञात आय पर अपना गुजारा करते है । मैंने तो छोटा आदमी हूँ । मेरे लिए आप या सोनिया जी में कोई अन्तर नहीं है । आप भी मेरे जैसे सामान्य लोगों के लिए अपना सर्वोत्तम न्योछावर कर रहे है और अभी कुछ् दिन पहले तक वह भी यही सब करने का दावा किया करती थी ।
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Naresh Tripathi Prakash .ji.kaushal.ji. Gaurav.BHATIA.YA.KOI.AUR.NETA.VISHASNITA.TO.HONI.HI.CHAIYE
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Vijay Gupta हमारे अपमान का प्रतीक था बावरी ढांचा जो नेस्तनाबूत हो गया। अब वहां केवल राम लला का मंदिर है। मंदिर में विराजमान का महत्व होता है न कि उसके भवन का। हमारे राम लला विराजमान हो गए भव्य भवन बने या न बने हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।
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जवाब देंकल 12:38 पूर्वाह्न बजे
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Girish Pathak कौशाल ji aur prakash ji, galti gaurav bhatiya jaise logo ki nhi party ki h jo dal balouew ko. Lete h mujhe aascharya bhi h jis party me samit patra, Singh, smriti irani, jaise prakar wakta h, waha is jaise aadmi ko prawakta bana diya aur t. V debate me bhej dete h
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Narendra Kumar Yadav कौशल जी मैने स्वामी दयानंद सरस्वती का एक संस्मरण पढा उनके, उसमै स्वामी जी अपने उदबोधन में हिंदू धर्म की बुराइयों को उदघाटित कर रहे थे इसलाम के मानने वालों को लगा कि महात्मा हिंदू धर्म से दुखी हैं शायद हमारे नजदीक है वो अपने यहां प्रवचन के लिए ले गये तो उन्होंने इस्लाम के विरूध टिप्पणी करना शुरू कर दिया इसाइयो ने समझा अब तो बाबाजी. हमारे नजदीक है वो भी लिवा ले गये वहां भी बाबा ने उनके खिलाफ बोलना शुरू कर दिया लोगो ने पूछा आप तो सबके खिलाफ बोल रहे हैं ।स्वामी जी ने कहा मैं जहां आया अपना काम शुरू किया मैं संत हूं सफाई करना मेरा काम है धार्मिक गंदगी साफ की।
लेकिन आप गौरव जी से यह उम्मीद न करे ये पेशेवर राजनैतिक है ये गुण गान के लिए आये है तो अपना काम शुरू किये हैं।
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Rajesh Kumar Yadav कुछ नेतावो का चाल,चरित्र और चेहरा स्वयं का नहीं होता वो पार्टी के अनुसार बदलते रहते हैं।
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Naresh Tripathi BILKUL.sahi
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