Friday, 25 August 2017

अखिलेश जी आप लोहिया की विरासत नहीं हो


अखिलेश जी आप लोहिया की विरासत नहीं हो
कल उन्नाव में एक लाख रूपये का मुचलका भरकर आपने ब्यवस्था विरोधी समाजवादियों की " एक पाँव सड़क पर , एक पाँव जेल मे " की परम्परागत रीति नीति और उनके जुझारूपन का अपमान किया है ।आप अपने आपको लोहिया का अनुयायी बताते हो , वे तो नागरिक अधिकारों के लिए संघर्ष का पर्याय माने जाते थे । उनहोंने तो कभी मुचलका नहीं भरा । 
आपने शायद नागरिक अधिकारों पर सरकारी हस्तक्षेप के विरोध मे कानपुर मे लोहिया जी की गिरफ्तारी के बारे मेपढा ही नही , अखिलेश भाई लोहिया जी ने मुचलका नहीं भरा, जेल गये, अदालत मे नागरिक अधिकारों के संवैधानिक प्रावधानों पर लम्बी बहस हुई और अदालत ने काफी सोच विचार करके उन पर एक रूपये का जुर्माना लगाया जिसे उनहोंने अदा नहीं किया । अदालत भी जानती थी कि वे जुर्माना अदा नहीं करेंगे और इसीलिये एक रूपये का जुर्माना कियागया क्योकि एक रूपये की वसूली अदालत नहीं करा सकती । कल आपको यू पी पुलिस ने रास्ते मे रोककर आपके संवैधानिक अधिकारों का हनन किया है , आपको समाजवादियों की परम्परा के तहत उसका प्रतिकार करके जेल जाना चाहिए था और हाई कोर्ट से अपनी गिरफ्तारी को अवैध घोषित कराना चाहिए था ।
आप बात राजनारायण जी की भी करते है , पता है केंद्रीय मंत्री होते हुये भी उनहोंने शिमला मे सभा करने पर अपनी ही पार्टी की सरकार द्वारा लगाये गये प्रतिबन्ध के विरोध मे आयोजित प्रदर्शन का खुद नेतृत्व किया था । सैकड़ों किस्से है जिनमे समाजवादियों ने मुचलके भरने की जगह जेल जाने का विकल्प चुना है और आप तो मुख्य मंत्री रह चुके हो , आपने मुचलका भरकर समाजवादी परम्परा का अपमान किया है ।अखिलेश भाई समझो मुख्य मंत्री बहुत लोग हुये हैं , अब लोग उनके नाम भी नहीं जानते , लेकिन लोहिया को लोग आज भी नहीं भूले । अगर राजनीति में स्थायित्व चाहते हो तो केवल लोहिया का नाम मत लो , उन्हे पढो , उनके संघर्षों से कुछ सीखो नहीं तो अजीत सिंह बनने मे देर नहीं लगेंगी ।
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Vijayendra Tripathi सटीक सुझाव.
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18 अगस्त को 08:09 पूर्वाह्न बजे
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Surendra Pratap Singh दुश्वारी ये है कि नाम भले लोहिया जी या समाजवादियों की ये लोग लें लेकिन हैं 5 स्टार पॉलिटिशियन | राजनीति में जेल भी एक प्रमुख संस्कार है लेकिन ये संघर्ष के गलियारों से गुजरे लोग नही हैं इन्हें गद्दी उत्तराधिकार में मिली है ये जेल क्यों जाएं ?
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18 अगस्त को 08:18 पूर्वाह्न बजे
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Shilpi Chaudhary आपका कष्ट समझ आ रहा है
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18 अगस्त को 08:49 पूर्वाह्न बजे
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Suresh Sharma भाई साहब, बिलकुल सही कहा आपने । अगर कल ये जेल जाते तो इन्ही का राजनैतिक भविष्य उज्जवल होता परन्तु विरासत को बनाना औऱ सम्भालना इन बच्चों को आता ही नहीं
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18 अगस्त को 09:23 पूर्वाह्न बजे
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Ashok Baboo Nigam यह एक सम्पूर्ण आइना है।
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18 अगस्त को 10:06 पूर्वाह्न बजे
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Jai Shankar Bajpai राजनीतिक परिस्थिति के अवसर का लाभ उठा कर परिवार प्रेम के कारण मुख्यमंत्री बने । संघर्षों के बल पर आगे बढ़ने वाले लोग निजी मुचलके नहीं भर ते है।
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18 अगस्त को 10:13 पूर्वाह्न बजे
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K Vikram Rao Dear Kaushal bhai. Bahut hi sach ha aur sahi likha. Mulayam Singh ne bhi Kai baat Akhilesh se ksha tha laathi khao. Jail jaao.
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18 अगस्त को 10:48 पूर्वाह्न बजे
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K Vikram Rao Akhilesh kewal sameekaran ki upaj hain. Sangharsh kee dean nahin hain. Socialist bail nahin Mangata.
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18 अगस्त को 10:51 पूर्वाह्न बजे
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Kaushal Sharma भाई साहब 
अपनी पोस्ट पर आपकी टिप्पणी से मेरा मन प्रफुल्लित हो जाता है और अपने पर विश्वास बढ जाता है , लगता है , मैं सही दिशा में थोडा बहुत सोच लेता हूँ ।अपना आशीष बनायें रखें ।
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जवाब दें18 अगस्त को 11:01 पूर्वाह्न बजे
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Girdhar Dwivedi शर्मा जी अब आप की लेखनी उच्च स्तर की हो गई है । जय हो
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18 अगस्त को 11:09 पूर्वाह्न बजे
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Kaushal Sharma धन्यवाद गिरधर भाई, ऐसे ही उत्साहवर्धन करते रहें ।
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जवाब दें18 अगस्त को 11:18 पूर्वाह्न बजे
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Suresh Sachan सिद्धांत के लिए समर्पण एवम संघर्ष की जरूरत है। अखिलेश यादव जी से और जुझारूपन की अपेक्षा है।
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18 अगस्त को 12:16 अपराह्न बजे
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Rajendra Sharma अति सुंदर मार्गदर्शन आज के हवाइ नेतओ को ये कभी सड़क पर नही उतरे बड़े भैया
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18 अगस्त को 02:46 अपराह्न बजे
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Ajay Sinha आपकी आलोचना सही है. पर मोदी - अमित राज में लोहियाजी की भी दुर्गति हो जाती 😈😈
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18 अगस्त को 03:01 अपराह्न बजे
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Kaushal Sharma बिल्कुल नहीं, किसी मे उनके जैसा नैतिक बल हो ही नहीं सकता था । वे यदि होते तो राजनैतिक वातावरण आज जैसा नहीं होता ।
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18 अगस्त को 04:30 अपराह्न बजे
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Ajay Sinha संभव है. पर उन दिनों विपक्ष के प्रति आदर भाव था. आज वह खरीदारी की सामग्री है.
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जवाब दें18 अगस्त को 05:53 अपराह्न बजे
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Mohan Tewari कौशल जी,,,
आदमी बदला लिबास बदला
शराब बदली गिलास बदला

क्या क्या न बदला दौरे सियासत में
हमनें गांन्धी बदला हमने सुभाष बदला
,,,,,,मेरी कविता की कुछ,,पंक्तियां
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18 अगस्त को 03:41 अपराह्न बजे
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Suresh Yadav सही सुझाव
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18 अगस्त को 05:08 अपराह्न बजे
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Ashok Khanna Ab asli samajwadi kahan hai
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18 अगस्त को 05:47 अपराह्न बजे
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Jitendra Kumar Pandey सही सुझाव है
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18 अगस्त को 06:39 अपराह्न बजे
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Prem Kumar Tripathi शर्मा जी जैसे राम का नाम लेकर अधिकाशं लोग इस भवसागर को पार कर लेना चाहते है राम के आचरण का पालन करने से उनका कोई लेना देना नही है ।गान्धीजी जी का नाम लेकर काग्रेंस सत्ता पृाप्त करती रही है उनके आदर्षो को लागू करने से पार्टी के नेताओं का कोई सरोकार नही रहा ।भा ज पा का भी यही हाल रहा है नेताओं के स्थापित मूल्यों से उसका कोई लेना देना नही है कांग्रेस की जिन योजनाओं का वह मुखर बिरोध करती रही है आज उन्ही योजनाओं को बडे गर्भ के साथ लागू कर रही है ।यह हाल राष्टृीय पार्टियों का है क्षेञीय दलों की तो बात करना बेनामी होगा एक कहावत है हाथी के दात दिखाने के और होते है खाने के और होते है ।
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18 अगस्त को 07:12 अपराह्न बजे
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Suresh Yadav बिलकुल सही और निष्पक्ष विश्लेषण।
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18 अगस्त को 07:28 अपराह्न बजे
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Sudhir Kumar Mishra त्रिपाठी जी बिलकुल सही है... 
लेकिन राजनीतिक परिपाटी कुछ ऐसी ही हो गयी है... सत्ता के लिये कुछ भी कर सकते हैं... यहां हाथी के दांत दिखाने के और खाने के और होने के साथ साथ गुर्राने और काटने के भी दांत निकल आये हैं...... 🙏🙏🙏🙏
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18 अगस्त को 10:13 अपराह्न बजे
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Sudhir Kumar Mishra शर्मा जी लोहिया जी के विचार और कार्य प्रणाली को यदि अपने जीवन में उतार लिया गया होता तो जनता ने सीट से नहीं उतारा होता..सही सलाह पर देर से.....?
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18 अगस्त को 08:15 अपराह्न बजे
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Narendra Kumar Yadav कौशल साहब लोहिया जी के दर्शन से उनके विचारों से इन्हें कोई लेना-देना नहीं है केवल लोहिया जी के नाम पर राजनीति करना चाहते हैं।
लोहिया जी ने परिवारवाद का कभी सर्मथन नही किया।और इनका चरित्र घोर परिवार वादी सुविधा भोगी रहा है विरासत में राजनीति मिली है संघ
र्ष से नहीं।संजयगांधी को जब इंदिरा गांधी ने राजनीति मे अवतरित किया तो कामरेड राजेशवरराव ने कहा था मैडम देश की भौगोलिक जानकारी पहले करा ना चाहिए देश की गरीबी से रूबरू कराना चाहिए आदि आदि. ,,,,,,,,।
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18 अगस्त को 10:05 अपराह्न बजे
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Sharad Dwivedi .sahi baat aapki kab tak lohiya ka naam cash karenge ye samajwadi
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19 अगस्त को 11:52 पूर्वाह्न बजे
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Chandra Shekhar Singh अब भी कुछ ऐसा संवैधानिक अधिकार सभी को है समाजवादी विचारधारा के बारे में जानकारी और सच्ची समाजवादी होने डरने की कोई जरूरत नहीं है
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19 अगस्त को 05:06 अपराह्न बजे
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Anil Sharma
मेरे फेसबुक मित्र आदरणीय बजरंग मुनि जी की वाल से
सुनी सुनाई बातों पर अफवाहों को ही इतिहास समझने वाले लोग इसे ध्यान से पढ़ें । और समझे कि भारत के विभाजन के समय ...
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Anil Sharma इस तरह की पोस्टों को पढ़कर इतिहास के ज्ञान के अलावा उस समय के राजनैतिक वातावरण की परिस्थितियों का भी भान होता है।
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जवाब दें17 अगस्त को 11:35 अपराह्न बजे
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Pramod Tewari Gitkaar
खरी बात/मैंतो।कहूँगा
इतना साफ झूठ बोलता है ये आदमी।अपने अलावा सारी दुनिया को बेवकूफ समझता है। 17 साल लगे gst को लागू होने में , गुरु कह रहे हैं दुनिया में घोर ...
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Suresh Yadav आपने तो वाकई खरी खरी सुना दी। भक्तों से भगवान आपकी रक्षा करे।
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17 अगस्त को 06:57 अपराह्न बजे
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