भारत श्री लंका सीमा के आखिरी मुहाने पर
इसके दस किलोमीटर के बाद श्री लंका की सीमा शुरू हो जाती है। यहाँ आकर समझ में आता है कि राम सेतु आस्था नहीं, सजीव वास्तविकता है। चारों ओर पानी ही पानी और उसके बीच सूखा मैदान, इसे बना पाना केवल मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के लिए संभव था। भगवान् श्री राम हम भारत वासियों पर अपनी दया दृष्टि बनाये रखें,। यही प्रार्थना है।
इसके दस किलोमीटर के बाद श्री लंका की सीमा शुरू हो जाती है। यहाँ आकर समझ में आता है कि राम सेतु आस्था नहीं, सजीव वास्तविकता है। चारों ओर पानी ही पानी और उसके बीच सूखा मैदान, इसे बना पाना केवल मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के लिए संभव था। भगवान् श्री राम हम भारत वासियों पर अपनी दया दृष्टि बनाये रखें,। यही प्रार्थना है।
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