Sunday, 24 September 2017

चुनाव कचहरी का होर्डिंग मोहल्लों में


चुनाव कचहरी का , होरड़िंग मुहल्लो मे 
कानपुर बार एसोसिएशन का कोई भी पद लाभ का पद नहीं है फिर क्यों अनाप शनाप खर्चा किया जा रहा है? इतने पैसे आते कहाँ से हैं ? भाई , कोई माने या ना माने लेकिन सच यही है कि कचहरी मे मुकदमें लड़ने की वकालत करके सामान्य अधिवक्ता दस लाख रूपये वार्षिक से ज्यादा की आय अर्जित नहीं कर पाते और यहाँ एक चुनाव मे दस लाख से ज्यादा खर्चा हो जाता है । मुहल्लो तक होरड़िंग लगाने और कई बड़े भोज आयोजित करने की प्रतिद्वंदिता के कारण चुनाव बेहद मँहगा हो गया है और हमारे आप जैसे सामान्य अधिवक्ता चुनाव लड़ने की सोच भी नहीं सकते । मँहगे चुनाव कचहरी के लोकतंत्र के हित मे नहीं है । निर्मम तटस्थता के साथ हम सबको यह सोचना चाहिए कि आखिर अपनी कचहरी को हुआ क्या है ? जिन कीटाणुओं विषाणुओं के कारण हमारा मन सड़ गया है , उन्हें दूर करने के उपायों पर गमभीरता से विचार करना हम सबकी निजी और सामूहिक जिम्मेदारी है । मित्रों अभी समय है , स्थितियाँ खराब है लेकिन उन्हें नियंत्रित किया जा सकता है । एक बार सोचिये कि आप खुद बदलाव के लिए अपने स्तर पर क्या कर सकते हैं?
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Nadeem Rauf Khan Bina hordings aur dawatu k isi kachahri ne muje mahamantri aur adyaksh bnaya thanks
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20 सितंबर को 05:43 अपराह्न बजे
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Surendra Pratap Singh सामाजिक सड़न की प्रक्रिया अभी अपने शैशवा अवस्था में है यों कहें अपने चौ तरफा विकास में | क्या आपको देख कर ऐसा लगता है कि इस समय कोई उपक्रम करके हम इसे रोक सकते हैं ? अभी जन जन इसका आनंद ले रहे हैं इसे प्रतीक्षा है गले का फ़ांस बनने की |
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20 सितंबर को 05:48 अपराह्न बजे
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Narendra Kumar Yadav अब बार का चुनाव बार के लिए ही नहीं है जमीनों पर कब्जा करने लोकल एडमिनेसटेरेशन पर दबाव बनाने के लिए लडा जाता है।
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20 सितंबर को 05:49 अपराह्न बजे
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Prem Kumar Tripathi शर्मा जी आपने सही समय पर कृानिक समस्या पर पोस्ट लिखी है मुझे याद आता है एल्डर कमेटी ने चुनाव आचार सहिता के कुछ इस सम्बन्ध मे गाइड लाइन्स बनाई थी आप काफी बरिष्ठ अधिवक्ता है उन्हे कडाई से लागू कराने का यत्न करे ।फिलहाल एक दो दिन मे उनको मिलकर पृत्यावेदन देना चाहिये इस समाज की गिरती गरिमा की बहाली का यत्न बरिष्ठ अधिवक्ताओं से मिलकर करना चाहिये ।
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20 सितंबर को 06:28 अपराह्न बजे
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Vibhav Shukla 100% sacchai hai, lekin kuch bhai log daaru aur khana k chaker me asli mudda khatam ho jata h
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20 सितंबर को 06:43 अपराह्न बजे
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Dinesh Yadav Ye neta bhi to aiso ko hi aage badhate hain
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20 सितंबर को 06:44 अपराह्न बजे
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Randhir Sishodiya भारी खर्चे की भरपाई....।
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20 सितंबर को 06:47 अपराह्न बजे
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Jitendra Kumar Pandey पिछली बार श्री कैलाश शुक्ल जी ने चुनाव कराया था और कुछ हद तक खर्च कम हुए थे ऐसा ही प्रयास पुनः करना चाहिए तथा सभी अधिवक्ता बन्धुओ को अपना सदस्यता शुल्क स्वयं जमा करना चाहिए
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20 सितंबर को 07:23 अपराह्न बजे
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Prakash Mishra ye gambhir vishay hai sir ji kahte sab hai lekin Vastvikta kya hai.
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20 सितंबर को 07:59 अपराह्न बजे
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Prem Kumar Tripathi जो अधिवक्ता गण अपना बार्षिक चन्दा पृत्याशियो से जमा कराते है या जमाकरने की अपेक्षा रखते है उन्हें अपने इस गैरजुम्मेदाराना रबैये पर गम्भीरता से विचार करना चाहिये क्या उनका यह कृत्य अधिवक्ताओं की मर्यादा के अनुकूल है
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20 सितंबर को 08:30 अपराह्न बजे
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Sanjay Kumar Singh भाई साहब 100% सत्य है ,आपकी बातें इस संबंध में मैंने कानपुर बार एसो.में एक प्रार्थना पत्र भी दिया था, समस्त प्रत्यशियों की सहमति लेते हुए चुनावी खर्च को निर्धारित करने हेतु, पर आज तक उस पर विचार नही हुआ। मैंने अनेकों मंच पर ये बातें उठाया पर हकीकत यही है कि अकेले चना भाड़ नही फोड़ सकता...
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Sudhir Kumar Mishra कचहरी का चुनाव तो वकीलों का ही नहीं रहा, बाहरी प्रभावशाली लोगों के व्यक्तिगत लाभ का चुनाव हो चुका है,
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21 सितंबर को 06:59 पूर्वाह्न बजे
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Adv Ramakant Awasthi आदरणीय शर्मा जी मेरे विचारों को आपने अभिव्यक्ति दे दी है अब तो कचहरी जैसे वातावरण में सही वा सद्भावी टिप्पणी करने का साहस भी कम लोगों में दिखाई देता है यह अत्यंत चिंता का विषय है
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21 सितंबर को 07:23 पूर्वाह्न बजे
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Vivek Mehrotra इसका विरोध करने के लिए सभी सम्मानित अधिवक्ताओ को एकत्रित करने का समय आ गया है 
तत्काल एक बड़े भोज का आयोजन सुनिश्चित किया जाए
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21 सितंबर को 08:25 पूर्वाह्न बजे
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Sudhir Kumar Mishra हा हा हा हा हा हा 
भोज का विरोध करने के लिये भोज 
बहुत सही... 😀😀😀
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21 सितंबर को 09:32 पूर्वाह्न बजे
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Sanjay Kumar Singh बधाई हो देर सबेर आप भी कुम्भकर्ण की नींद से जागे तो...
अभी तक की भोज से तमाम घटोर्चक का पेट नही भड़ा होगा ...आपका व्यंग्य उन पर सटीक है...
धन्यवाद
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Vivek Mehrotra बड़े भोज 
के स्थान पर
बिना भोज 

का आयोजन पढ़े
धन्यवाद,,😷
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AdvTej Bali Singh अब बार एसोसिएशन के चुनाव जिसमे मुख्य रूप से महासचिव का पद है ये बार के अधिवक्ता नही लड़ पाते, मात्र उनके लिए आरक्षित है जो बार मे पंजीकृत तो है लेकिन दूसरे व्यवसाय जैसे ठेकेदारी आदि में लिप्त है वह चन्दा दारू व मुर्गा का उपयोग कर पद हासिल करते हैं और आम अधिवक्ता हाथ मलते रह जाता है रही बात बड़े बड़े पोस्टर्स की जो गली मोहल्ले या शहर भर में लगाये जाते कि भूमाफिया आदि जान ले कि शहर की कब्जेदारी ,गुंडई की ठेकेदारी अब इन्हें मिलने वाली है एडवांस में ये लोग भी इन पर दांव लगाते है।
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Sudhir Kumar Mishra यही सत्यता है....?
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21 सितंबर को 08:59 अपराह्न बजे
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Umesh Dixit
अंग्रेज़ी से अनुवाद किया गया
सच्चे शब्द ।मूल देखें
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Satyendra Shukla Ranu Practice wale chunaw ki hakikat se wakif he,
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जवाब दें21 सितंबर को 11:14 अपराह्न बजे
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Narendra Kumar Yadav तेजबली जी आपने बड़ी बेबाकी के साथ सही कहने का साहस किया है आप बधाई के पात्र है।
अगर इतनी बेबाकी सारे लोगों को आ जाए तो माफियों को मोहताजगी आ जायेगी और ये चुनाव लड़ने लायक नहीं रहेगे।
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21 सितंबर को 11:29 अपराह्न बजे
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AdvTej Bali Singh भाई नरेंद्र जी 2010 -11 मे मैं लखनऊ बार एसोसिएशन का महामंत्री था, उसके बाद बार मे जो बदलाव आया आम अधिवक्ता त्रस्त है क्योंकि बार के उपरोक्त प्रकार के पदाधिकारी प्रशासनिक अधिकारियों व न्यायिक अधिकारियों की निज स्वार्थवश चरण वन्दना करते देखे जाते है ऐसे पदाधिकारियो का बार व उनके गरिमामयी सम्मान का कोई मतलब नही रखते है
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21 सितंबर को 11:35 अपराह्न बजे
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Sudhir Kumar Mishra अधिवक्ता समाज के लिए शर्मनाक बात.... अधिवक्ता चरणवंदना नहीं करता है जो करते हैं वो अधिवक्ता नहीं है.... 🙏🙏
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22 सितंबर को 12:14 पूर्वाह्न बजे
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Prashant Bajpai · Anil Sharma और 441 अन्य लोगों के मित्र
True words sir
सच्चे शब्द सर
अपने आप अनुवाद किया गया
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Sanjay Kumar Jha सर, 
इस सत्य को सभी लोग जानते है, लेकिन वाई लाॅज के अनुसार चुनावी प्रक्रिया का अनुपालन न होने के कारण ही सारी समस्या उत्पन्न हुयी है ।
सदस्यो से सदस्यता शुल्क Nft के मध्यम से यदि लिया जाय तथा जिला सत्र न्यायालय कानपुर नगर मे विधि व्यवसाय करने वाले को ही सदस्य बनाया जाय तो अधिकांश समस्या का समाधान अपने आप हो जायेगा,
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22 सितंबर को 12:14 पूर्वाह्न बजे
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Adv Karim Ahmad Aap बिल्कुल सही ये स्थितियां सही नही है
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22 सितंबर को 07:42 पूर्वाह्न बजे
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